हरियाणा वैदिक काल से युग पुरुषों की रहा है जन्म स्थली - मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी
संत महापुरुषों की शिक्षाएं आज भी है प्रासंगिक
स्वामी आत्मानंद जी महाराज ने जीवनपर्यंत वंचित समाज के उत्थान की दिशा में किया कार्य
मुख्यमंत्री ने स्वामी आत्मानंद जी महाराज अनुसूचित जाति शिक्षा समिति को 51 लाख रुपए देने की घोषणा की
रोहतक/चंडीगढ़। हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि हरियाणा वैदिक काल से सामाजिक, सांस्कृतिक व धार्मिक क्रांति के सूत्रधार युग पुरुषों की जन्मस्थली रहा है। इन महान संतों में सम्पूर्ण मानव जाति का अपनी शिक्षाओं के माध्यम से मार्गदर्शन किया है। उनकी शिक्षाएं आज भी प्रासंगिक है। स्वामी आत्मानंद जी महाराज ने जीवनपर्यंत शोषित एवं वंचित समाज के उत्थान की दिशा में कार्य किया। उन्होंने जात-पात के भेदभाव का हमेशा विरोध किया तथा उन्होंने आर्य समाज के साथ जुडक़र समाज में फैली कुरीतियों को दूर करने में योगदान दिया।
मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी बुधवार को रोहतक में स्वामी आत्मानंद हरियाणा अनुसूचित जाति शिक्षा समिति द्वारा आयोजित महान समाज सुधारक स्वामी आत्मानंद महाराज जी की 140वीं जयंती समारोह में बतौर मुख्यातिथि उपस्थितगण को संबोधित कर रहे थे।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने शिक्षा समिति को अपने स्वैच्छिक कोष से 51 लाख रुपए की राशि देने की घोषणा की। साथ ही, उन्होंने शिक्षा समिति द्वारा सौंपी गई सभी मांगों को पूरा करवाने का आश्वासन भी दिया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि 2 अक्तूबर को देश की दो महान विभूतियों की जयंतियां है जिनमें राष्ट्रपिता महात्मा गांधी और पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री शामिल हैं। गांधी जी ने सत्य, अहिंसा एवं स्वच्छता का पाठ पढ़ाया, वहीं शास्त्री जी ने जय जवान-जय किसान का नारा दिया। मुख्यमंत्री ने बुराई पर अच्छाई की विजय के प्रतीक दशहरा के पावन पर्व की नागरिकों को अग्रिम बधाई व शुभकामनाएं दी।
उन्होंने स्वामी आत्मानंद जी महाराज के जीवन परिचय पर प्रकाश डालते हुए कहा कि उन्होंने गरीबों व वंचित समाज के कल्याण के लिए जीवनपर्यंत संघर्ष किया। उन्होंने 1928 में रोहतक में हरियाणा हरिजन आश्रम की स्थापना की तथा 1948 में स्वामी आत्मानंद हरिजन ट्रस्ट बनाया। स्वामी जी ने समाज सुधार के अलावा स्वतंत्रता संग्राम में भी बढ़-चढक़र हिस्सा लिया तथा जीवनभर शिक्षा के प्रसार के लिए कार्य किया। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा स्वामी जी के आदर्शों व सिद्धांतों को मूर्त रूप देने के लिए अनुसूचित जाति वर्ग के बच्चों की पढ़ाई के लिए अनेक छात्रवृत्ति योजनाएं चलाई जा रही हैं।
मुख्यमंत्री ने एक रुपया-एक ईंट अभियान की शुरुआत की। उन्होंने उपस्थितगण का आह्वान किया कि वे महापुरुषों द्वारा दिखाए गए रास्ते का अनुसरण करें तथा समाज में व्याप्त कुरीतियों को दूर करने में आगे आयें।
मुख्यमंत्री हर वर्ग के कल्याण का रख रहे है ख्याल :- सहकारिता मंत्री डॉ. अरविंद शर्मा
सहकारिता मंत्री डॉ. अरविंद शर्मा ने कहा कि मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी प्रदेश के सभी वर्गों के कल्याण के लिए निरंतर प्रयासरत है। उन्होंने स्वामी आत्मानंद अनुसूचित जाति शिक्षा समिति को स्वैच्छिक कोष से 21 लाख रुपए देने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा जीएसटी में किए गए सुधारों का हर वर्ग को लाभ मिल रहा है।
स्वामी आत्मानंद जी महाराज ने समाज सुधार की दिशा में किया कार्य :- राज्यसभा सांसद रामचंद्र जांगड़ा
राज्यसभा सांसद रामचंद्र जांगड़ा ने कहा कि स्वामी आत्मानंद जी महाराज ने जीवन भर वंचितों व गरीबों के कल्याण के लिए कार्य किया तथा समाज के बच्चों की शिक्षा के लिए लोगों को प्रोत्साहित किया। उन्होंने कहा कि शिक्षा समिति के लिए वे अपने स्वैच्छिक कोष से 11 लाख रुपए की धनराशि उपलब्ध करवाएंगे। उन्होंने कहा कि आर्य समाज के माध्यम से स्वामी जी ने सामाजिक कुरीतियों को दूर किया और हरियाणा ने स्वामी दयानंद के सिद्धांतों को अपनाया। उन्होंने कहा कि डॉक्टर भीमराव अंबेडकर ने समाज का आह्वान किया था कि वे शिक्षित बनें, संगठित हो तथा अपने अधिकारों के लिए संघर्ष करें।
इस अवसर पर सूचना आयुक्त अमरजीत सिंह, पूर्व मंत्री अनूप धानक, संस्था के प्रधान व सेवानिवृत मुख्य सचिव सतीश चंद्र चौधरी ने भी अपने-अपने विचार रखे।
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