*बाबा बंदा सिंह बहादुर का जीवन भारतीय युवाओं के लिए प्रेरणा स्रोत: केन्द्रीय मंत्री मनोहर लाल* -
*धर्म, मानवता और न्याय की रक्षा के लिए सिख गुरुओं ने अपना संपूर्ण जीवन किया समर्पित*
*श्री गुरु तेग बहादुर साहिब जी की 350वे सालाना शहादत को समर्पित बाबा बंदा सिंह बहादुर जी की याद में मनाया गया 79 वां वार्षिक दीवान*
जींद। उर्जा आवास और शहरी मामलों के केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कहा कि धर्म की रक्षा के लिए सिख गुरुओं और वीर योद्धा बाबा बंदा सिंह बहादुर द्वारा दिया गया बलिदान इतिहास में स्वर्ण अक्षरों में अंकित है। उनका साहस, त्याग और न्याय की स्थापना के लिए किया गया संघर्ष आज भी जन-जन को प्रेरित करता है। उक्त विचार केन्द्रीय मंत्री मनोहर लाख खट्टर ने श्री गुरु तेग बहादुर साहिब जी की 350वे सालाना शहादत को समर्पित बाबा बंदा सिंह बहादुर जी की याद में 79 वां वार्षिक दीवान को सम्बोधित करते हुए स्थानीय अजुर्न स्टेडियम में प्रकट किए। इस मौके पर केन्द्रीय मंत्री ने गुरूग्रंथ साहिब जी के सामने मत्था टेका और पवित्र अरदास की। इस अवसर पर डिप्टी स्पीकर डाॅ कृष्णलाल मिड्डा, बाबा बंदा सिंह बहादुर सिख संप्रदाय के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिव शंकर पाहवा, पूर्व मंत्री मनीष ग्रोवर,कपूर सिह वाल्मीकि, डीसी मोहम्मद इमरान रजा, पुलिस अधीक्षक कुलदीप सिह, नगर परिषद चेयरपर्सन डाॅ अनुराधा सैनी, मुख्यमंत्री के मीडिया काॅर्डिनेटर अशोक छाबड़ा, बहन पुनित कौर, बाबा जतिन्द्र पाल सिंह सोढी, भारत भूषण टांक व कमेटी के अन्य सदस्यगण मौजूद रहे।
केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल ने कहा कि धर्म, मानवता और न्याय की रक्षा के लिए सिख गुरुओं ने अपना संपूर्ण जीवन समर्पित किया। इसी परंपरा में वीर योद्धा बाबा बंदा सिंह बहादुर ने अत्याचारों के विरुद्ध असाधारण साहस दिखाकर समाज में न्याय और समता की स्थापना की। उन्होंने युवाओं से आह्वान किया कि वे बाबा बंदा सिंह बहादुर के जीवन से प्रेरणा लेकर समाज और राष्ट्र के उत्थान के कार्यों में सक्रिय रूप से भागीदारी निभाएं। उनके जीवन का हर क्षण त्याग, साहस, अनुशासन और धर्मनिष्ठा का उदाहरण है, जिसे आज का युवा अपनाकर उज्ज्वल भविष्य का मार्ग प्रशस्त कर सकता है। सिख गुरुओं और बंदा सिंह बहादुर द्वारा दिया गया बलिदान स्वर्ण अक्षरों में दर्ज है और आज भी हर भारतीय के लिए प्रेरणा का स्रोत है। केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि हमने पिछले साढ़े नौ वर्षों तक बाबा बंदा सिंह बहादुर के विचारों को आत्मसात करते हुए निष्ठा, समर्पण और सेवा भाव से राज्य की सेवा की है। उन्होंने कहा कि हमने बाबा बंदा सिंह बहादुर के विचारों को आत्मसात कर तथा उनके आदर्शो से प्रेरित होकर साढ़े नौ वर्षों तक राज्य की सेवा की है और अब मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी उन्ही पद चिन्हों पर चलते हुए राज्य का तीव्र गति से विकास कर रहे है।
केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल ने कहा कि भारत सदियों पुरानी सभ्यता और संस्कृति वाला देश है, जिसने समय-समय पर उत्पीड़न और अन्याय के विरुद्ध समाज जागरण का मार्ग चुना है। इसी परंपरा के अंतर्गत गुरु नानक देव जी, गुरु तेग बहादुर जी एवं गुरु गोविंद सिंह जी ने मानवता, सत्य, आस्था और सामाजिक एकता के लिए अमूल्य बलिदान दिए। उन्होंने कहा कि गुरु तेग बहादुर जी का अद्वितीय बलिदान तथा भाई मती दास, भाई सती दास, भाई दयाला और भाई खुशहाल सिंह सहित सभी शहीदों की तपस्या और त्याग राष्ट्रीय प्रेरणा का स्रोत हैं। उन्होंने कहा कि गुरु गोविंद सिंह जी द्वारा प्रेरित बाबा बंदा सिंह बहादुर जी ने समाज सुधार, अत्याचारों के विरुद्ध संघर्ष, न्याय की स्थापना एवं भूमि सुधार जैसे महत्वपूर्ण कदम उठाए। उनके नेतृत्व ने तत्कालीन समाज में आशा, आत्मविश्वास और संगठन शक्ति को मजबूत किया। उन्होंने कहा कि बाबा बंदा सिंह बहादुर जी का जीवन सामाजिक एकता, न्याय, पराक्रम और धर्मनिष्ठा का अद्वितीय उदाहरण है। उन्होंने कहा कि लोहगढ़ (यमुनानगर) स्थित ऐतिहासिक स्थल पर बाबा बंदा सिंह बहादुर स्मारक के निर्माण कार्य की प्रगति पर है । उन्होंने कहा कि यह स्मारक समाज और सरकार के संयुक्त प्रयासों से विकसित किया जा रहा है। स्मारक का उद्देश्य युवा पीढ़ी को वीरता, राष्ट्रप्रेम और अनुशासन की प्रेरणा प्रदान करना है।
उन्होंने कहा कि संप्रदाय एवं संस्था द्वारा संचालित शैक्षणिक और सामाजिक गतिविधियों का विस्तार किया जाएगा, ताकि समाज के युवाओं को उचित शिक्षा, संस्कार और मार्गदर्शन मिल सके। साथ ही, विभाजन की विभीषिका से जुड़े वरिष्ठ नागरिकों के अनुभवों को युवा पीढ़ी तक पहुंचाने की दिशा में भी प्रयास किए जा रहे हैं, जिससे इतिहास के महत्वपूर्ण अध्याय भविष्य में भी संरक्षित रहें। इस अवसर पर केन्द्रीय मंत्री ने डाॅ धर्मदेव विद्यार्थी व प्रितम सिंह भ्याना द्वारा बाबा जितेन्द्र सिंह सोढी के जीवन पर लिखी गई पुस्तक का विमोचन भी किया।
इस दौरान डिप्टी स्पीकर कृष्णलाल मिड्ड़ा नें कहा कि जींद की धरती पर ऐसे धार्मिक कार्यक्रमों का आयोजन होना सचमुच में जींद के लोगों के लिए गर्व की बात है। यह आयोजन न केवल हमारी संस्कृति और आध्यात्मिक विरासत को सुदृढ करता है, बल्कि समाज को एकता ,सद्धभाव और प्रेरणा का संदेश भी देता है। उन्होंने कहा कि मनोहर लाल ने साढे 9 वर्ष तक मुख्यमंत्री के रूप में हरियाणा के लोगों की सदैव धर्म के रास्ते पर चल कर निष्ठा व समर्पण भाव से सेवा की है। डाॅ मिड्डा ने कहा कि बाबा बंदा सिंह बहादुर जी केवल एक महान योद्धा ही नहीं, बल्कि समाज सुधार, न्याय और आध्यात्मिक मूल्यों के प्रतीक थे। उनके आदर्श आज भी नीति परक शासन, सामाजिक सुरक्षा, निष्पक्षता और मानवता के मार्ग को दिशा प्रदान करते हैं। उन्होंने कहा कि साहिबजादों के बलिदान और सरहिंद विजय का इतिहास केवल युद्ध का प्रसंग नहीं, बल्कि अत्याचारों के विरुद्ध न्याय और सत्य की स्थापना का संदेश है। बाबा जी के जीवन से प्रेरणा लेकर समाज में सद्भाव, परोपकार और नैतिकता को बढ़ावा देना हम सभी का कर्तव्य है।
बाबा बंदा सिंह बहादुर जी का जीवन त्याग, वीरता और अध्यात्म का ऐसा संगम है जो वर्तमान और आने वाली पीढ़ियों को कर्तव्य-निष्ठा और मानवीय मूल्यों के लिए प्रेरित करता है।
उन्होंने श्रद्धा प्रबंधन समिति एवं सभी सेवादारों द्वारा उत्कृष्ट समन्वय और व्यवस्थाओं के लिए धन्यवाद प्रकट किया और इस तीन दिवसीय महोत्सव को समाज में एकता, शांति और सेवा की भावना को सुदृढ़ करने वाला बताया। उन्होंने सभी उपस्थित संतजनों, सामाजिक संगठनों, श्रद्धालुओं और अधिकारियों का आभार व्यक्त किया गया।
0 Comments